क्या हुआ , जो आँखों में नींद नहीं है ,
क्या हुआ , अगर आंसूं साथ में नहीं है !
क्या हुआ , अगर प्याले में शराब नहीं है !
क्यूँ ऐसा लगता है ,
आज मेरी सांसें मेरे साथ नहीं है !
क्या हुआ , अगर कोई सपनों में आती रही है ,
क्या हुआ , अगर कोई मुझे चाहती नहीं है !
क्या हुआ , अगर ग़मों की काली घटा छाती रही है !
क्यूँ ऐसा लगता है ,
आज मेरी किस्मत मेरे साथ नहीं है !
प्यार में अगर हम जीते नहीं,
तो हार ने का गम बनाये क्यूँ !
चाहते तो है दिलों जान से उसे,
बताना चाहे तो बताये क्यूँ !
वो भी किसी से इकरार करेगी ,
किस्मत में नहीं है तो सताए क्यूँ !
चाह कर भी पाना चाहते है उसे ,
भुलाना चाहे तो भुलाये क्यूँ !
किस्मत पे अपनी नाज़ है मुझे ,
बेवफा जिंदगी पे नाज़ जताए क्यूँ !
आज नहीं तो कल आएगी,
इन्सान इतने भी गलत नहीं, पर
बुलाना चाहे तोह बुलाये क्यूँ !
                                  
                 
क्या हुआ , अगर आंसूं साथ में नहीं है !
क्या हुआ , अगर प्याले में शराब नहीं है !
क्यूँ ऐसा लगता है ,
आज मेरी सांसें मेरे साथ नहीं है !
क्या हुआ , अगर कोई सपनों में आती रही है ,
क्या हुआ , अगर कोई मुझे चाहती नहीं है !
क्या हुआ , अगर ग़मों की काली घटा छाती रही है !
क्यूँ ऐसा लगता है ,
आज मेरी किस्मत मेरे साथ नहीं है !
प्यार में अगर हम जीते नहीं,
तो हार ने का गम बनाये क्यूँ !
चाहते तो है दिलों जान से उसे,
बताना चाहे तो बताये क्यूँ !
वो भी किसी से इकरार करेगी ,
किस्मत में नहीं है तो सताए क्यूँ !
चाह कर भी पाना चाहते है उसे ,
भुलाना चाहे तो भुलाये क्यूँ !
किस्मत पे अपनी नाज़ है मुझे ,
बेवफा जिंदगी पे नाज़ जताए क्यूँ !
आज नहीं तो कल आएगी,
इन्सान इतने भी गलत नहीं, पर
बुलाना चाहे तोह बुलाये क्यूँ !

 
 
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