जिंदगी और रिश्तें अगर आज कुछ है तो बस एक शब्द है ------(  SPACE ) 
जहा नज़र डालो हर कोई आपको यही कहेता मिलेगा !
a) बच्चे माँ-पा से , मुझे एक अलग रूम दो क्योंकि में बड़ा हो गया हूँ "I need some space" और फिर एक बड़ा सा भारी सा "Please" !
b) रास्तें चलतें चलतें, कुछ बातें ऐसे ही कानों में पड़ती है - "Why u asking these things, don't ask me again, I need some space in ma life " तब आप चलतें चलतें खुद बा खुद अनुमान लगा सकते हो के, आखिर हुआ क्या होगा !
c) कुछ ऐसा ही जब आपका कोई फ़ोन न उठा पाए या आप नहीं उठाये , तब या तो आपको कोई आके यह सलाह देता है के "अबे तुने खरीद थोड़ी न लिया है उसे , Give him / her a space yaar", या फिर सामने वाला आपको वही बोलता है जो के ऊपर लिखा है !
"Space" याने के कुछ आज़ादी, बिलकुल सही है लेनी भी चाहिए और होनी भी चाहिए, सबको अपनी ज़िन्दगी जीने का हक़ भी है और सबका अपना तरीका भी है !
लेकिन ज़िन्दगी की मीठास और रिश्तों की मजबूती जयादा "SPACE" लेने से शायद खो जाती है, अगर हमे किसी की फ़िक्र ही न हो तो, अगर हमे लगे के वोह जोह कर रहा है सही है , कोई संभल नहीं पा रहा पर फिर भी हम कुछ नहीं कहेंगे न करेंगे ! क्योंकि जहा बोलने के लिए माँगा था आज असल में शायद कही बीच में है
तो फिर बचा क्या सिर्फ नाम ! चलती ज़िन्दगी का और ज़िन्दगी को झेल ते रिश्तों का !
जहा नज़र डालो हर कोई आपको यही कहेता मिलेगा !
a) बच्चे माँ-पा से , मुझे एक अलग रूम दो क्योंकि में बड़ा हो गया हूँ "I need some space" और फिर एक बड़ा सा भारी सा "Please" !
b) रास्तें चलतें चलतें, कुछ बातें ऐसे ही कानों में पड़ती है - "Why u asking these things, don't ask me again, I need some space in ma life " तब आप चलतें चलतें खुद बा खुद अनुमान लगा सकते हो के, आखिर हुआ क्या होगा !
c) कुछ ऐसा ही जब आपका कोई फ़ोन न उठा पाए या आप नहीं उठाये , तब या तो आपको कोई आके यह सलाह देता है के "अबे तुने खरीद थोड़ी न लिया है उसे , Give him / her a space yaar", या फिर सामने वाला आपको वही बोलता है जो के ऊपर लिखा है !
"Space" याने के कुछ आज़ादी, बिलकुल सही है लेनी भी चाहिए और होनी भी चाहिए, सबको अपनी ज़िन्दगी जीने का हक़ भी है और सबका अपना तरीका भी है !
लेकिन ज़िन्दगी की मीठास और रिश्तों की मजबूती जयादा "SPACE" लेने से शायद खो जाती है, अगर हमे किसी की फ़िक्र ही न हो तो, अगर हमे लगे के वोह जोह कर रहा है सही है , कोई संभल नहीं पा रहा पर फिर भी हम कुछ नहीं कहेंगे न करेंगे ! क्योंकि जहा बोलने के लिए माँगा था आज असल में शायद कही बीच में है
तो फिर बचा क्या सिर्फ नाम ! चलती ज़िन्दगी का और ज़िन्दगी को झेल ते रिश्तों का !
 
