दोस्तों, भीड़ में सभी चलते है,
खुद को थोड़ा अलग़ कर के चलना सिखाओ !
चापलूसी तो तरकी पाने के लिए सभी करते है ,
कुछ करो ऐसा के अपना रास्ता खुद बनाओ !
जब कभी बढ़ोगे आगे किसी से ,
कोई ना कोई तुम्हें सतायेगा जरूर !
लेकिन हट रखना अपने वज़ूद और बेबाकी पे ,
जले तो जल जाये सताने वाले का गुरुर !
जो इरादों मे रखते है तुम्हें सताने की चाहत ,
जाते जाते दे जाना उन्हें ख़ामोशी से भरी मुस्स्कुराहट ! (D Guru...)
खुद को थोड़ा अलग़ कर के चलना सिखाओ !
चापलूसी तो तरकी पाने के लिए सभी करते है ,
कुछ करो ऐसा के अपना रास्ता खुद बनाओ !
जब कभी बढ़ोगे आगे किसी से ,
कोई ना कोई तुम्हें सतायेगा जरूर !
लेकिन हट रखना अपने वज़ूद और बेबाकी पे ,
जले तो जल जाये सताने वाले का गुरुर !
जो इरादों मे रखते है तुम्हें सताने की चाहत ,
जाते जाते दे जाना उन्हें ख़ामोशी से भरी मुस्स्कुराहट ! (D Guru...)
 
